मित्र की सलाह
दुर्गादास था तो धनी किसान; किन्तु बहुत आलसी था| वह न अपने खेत देखने जाता था, न खलिहान| अपनी गाय-भैंसों की भी वह खोज-खबर नहीं रखता था| सब काम वह नौकरों पर छोड़ देता था| उसके आलस और कुप्रबन्ध से उसके घर की व्यवस्था बिगड़ गयी| उसको खेती […]