एक वादा…
तुम्हारी मर्जी के बगैर अब हम ना मिलेंगे तुमसे सपने में भी हम तुमसे किये वादोंसे मुकर नहीं सकतेहम खुद जल जायेंगे तुम्हारी रोशनी के लिए खाख होकर भी तुमसे रुसवाई नहीं कर सकतेनजाने क्या सोचकर मिले है दो तक़दीर के मारे जीभी नहीं सकते जुदा होकर, न […]